PPF Scheme: पीपीएफ में लगाया है पैसा तो हो जाएं सावधान

PPF Scheme : यदि PPF खाता खोला गया है, तो खाते के ब्याज के संबंध में अत्यधिक सावधानी बरती जानी चाहिए। दरअसल, PPF खातों पर ब्याज एक निर्धारित दर से दिया जाता है। हर तीन महीने में PPF खातों पर ब्याज दर में बदलाव किया जाता है। वहीं, जरूरत पड़ने पर PPF खाते में दिए जाने वाले ब्याज में बदलाव भी किया जा सकता है। आइए इसके बारे में और गहराई से जानें।

सरकार भी इन चैनलों के माध्यम से कई कार्यक्रम चला रही है। इन कार्यक्रमों में PPF योजना भी शामिल है। सरकार PPF कार्यक्रम का संचालन करती है। पब्लिक प्रॉविडेंट फंड के जरिए लोगों को लंबी अवधि के निवेश की जरूरत होती है। इसके अलावा एक लॉक-इन टाइम भी होता है। इस लॉक-इन के परिणामस्वरूप लोगों को 15 साल का पीपीएफ जमा करना आवश्यक है। उसके बाद तक मेच्योरिटी राशि नहीं दी जाएगी। हालाँकि, इसमें कई अन्य विचार भी हैं।

PPF Scheme

PPF इंटरेस्ट रेट में चेंज

PPF Scheme : यदि PPF खाता खोला गया है, तो इसका ब्याज निर्धारित करते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। दरअसल, PPF खातों पर ब्याज एक निर्धारित दर से दिया जाता है। हर तीन महीने में PPF खातों पर ब्याज दर में बदलाव किया जाता है। वहीं, जरूरत पड़ने पर पीपीएफ खाते में दिए जाने वाले ब्याज में बदलाव भी किया जा सकता है।

PPF Scheme अकाउंट

PPF Scheme : सरकार अब PPF Scheme Account पर सालाना 7.1 फीसदी की ब्याज दर देती है। इस कार्यक्रम में, प्रतिभागियों को न्यूनतम रुपये का निवेश करना चाहिए। एक वित्तीय वर्ष के दौरान 500। इसके अलावा एक फाइनेंशियल ईयर में आप इस स्कीम में अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं।

कितना हो सकता है मिनिमम बैलेंस

खाते को निष्क्रिय होने से बचाने के लिए इस परिस्थिति में हर साल अपने पीपीएफ खाते में एक न्यूनतम राशि बनाए रखने के लिए सावधान रहें। इसके अलावा अगर PPF Scheme खाता निष्क्रिय हो जाता है तो जुर्माना देकर इसे फिर से सक्रिय कराया जा सकता है।

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