Geeta Gyan: बर्बाद कर सकते हैं उसके ये 4 सपने, संभल जाए जल्दी वरना हो जायेगी देर !
Geeta Gyan: गीता, जिसे हिंदू धर्म में सबसे पवित्र पुस्तक माना जाता है, लगभग 4 ऐसी आदतों के बारे में बताती है, जिनके कारण कोई व्यक्ति बर्बाद हो सकता है।आइये जानते हैं लगभग उन 4 इच्छाओं के बारे में।
गीता का ज्ञान कृष्ण अर्जुन से कहते है !
Geeta Gyan: एक व्यक्ति की पसंद कभी खत्म नहीं होती।ऐसी स्थिति में, यदि कोई अपनी कठिन कार्य का कुछ प्रतिशत दूसरों से लेना चाहता है, तो यह उसकी बर्बादी का कारण बन सकता है।दरअसल, गीता में भगवान श्री कृष्ण ने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर कोई व्यक्ति इन 4 चीजों पर ध्यान देता है तो यह उसकी बर्बादी का कारण बन सकती है।
श्रीमद्भागवत गीता को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक माना जाता है।इस पुस्तक के अनुसार यदि कोई व्यक्ति इन 4 चीजों की इच्छा रखता है तो उसके जीवन में परेशानियां बढ़ने लगती हैं।आइए गीता में दिए गए इस श्लोक और इसके अर्थ को विस्तार से जानते हैं।

श्लोक का अर्थ
Geeta Gyan: कभी भी व्यक्ति को दूसरे का भोजन, दूसरे का धन, दूसरे का उपहार, परस्त्री और दूसरे की निंदा करने की इच्छा नहीं रखना चाहिए।
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दूसरे का अन्न ना छीनें
Geeta Gyan: अपनी कमाई पर भरोसा करते हुए कभी भी दूसरे के भोजन पर अपना अधिकार नहीं समझे. क्योंकि वह भी किसी ने अपनी मेहनत से उसे खरीदा है।
दूसरे की प्रॉपर्टी पर ना रखें नजर
Geeta Gyan: यदि व्यक्ति ने धोखे से किसी का धन हड़प लिया है तो उसे उसके बदले उससे ज्यादा गवाना पड़ सकता है. जैसे किसी बीमारी या फिर अन्य खर्चों में.
दूसरे का दान को ना समझे अपना
Geeta Gyan: कभी भी दूसरे व्यक्ति की कमाई को अपना नाम कर के दान ना करें. इससे व्यक्ति को कभी भी दान का पुण्य नहीं मिलेगा क्योंकि यह दूसरे की कमाई थीं.
दूसरी स्त्री के बारे में सोचना
Geeta Gyan: दूसरी स्त्री की वासना माहपाप है. अपने मन और भावनाओं पर नियंत्रण रखने की कोशिश करें. ऐसा करने से व्यक्ति की छवि खराब नहीं होगी.
निंदा ना करें
Geeta Gyan: किसी की निंदा कभी भी नहीं करनी चाहिए. दरअसल आलोचना किसी के लिए भी अच्छी नहीं होती, इससे केवल नुकसान ही हुआ है. साथ ही निंदा करने वालों पर कभी भी कोई दुबारा विश्वास नहीं करता।