DA Hike: सरकारी कर्मचारियों को लगा झटका!सरकार ने डीए बढ़ाने से किया इनकार, कर्मचारियो ने किया ये जरूरी काम
DA Hike: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के सरकारी कर्मियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने से साफ इनकार कर दिया, इसके बाद कर्मियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
7th Pay commission Latest Update: केंद्र सरकार द्वारा मार्च में डीए बढ़ोतरी को कई गुना बढ़ाए जाने के बाद कई राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मियों को सटीक जानकारी दी है।लेकिन बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के सरकारी कर्मियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी करने से साफ इनकार कर दिया था।इसके बाद कर्मियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था।पूरे 100 दिनों के विरोध में, सरकारी कर्मचारियों के संयुक्त फोरम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के करीब एक बड़ी रैली तैयार की।

कोलकाता की सड़कों पर परीक्षण किया गया
इस दौरान कर्मियों ने कोलकाता की सड़कों पर भी निरीक्षण किया।बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने राष्ट्र कर्मियों को मार्च निकालने की अनुमति दी थी.देश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते कर्मचारी बैनर लगाकर सड़कों पर उतरे।इस दौरान उन्होंने समझौता कर्मियों को स्थाई करने और महंगाई भत्ते में उछाल की मांग की।आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में सरकारी कर्मी लंबे समय से डीए बढ़ोतरी को लेकर परेशान कर रहे थे
लाभ का 6% DA Hike
ममता बनर्जी ने पिछले दिनों भी प्रदर्शनकारी कर्मियों को दिए गए दो टूक जवाब में कहा था कि सरकार की मदद से जितना महंगाई भत्ता बढ़ाया जा सकता था। अब सरकार के पास कोई और ऑफर देने की क्षमता नहीं है।महंगाई भत्ते में वृद्धि की मांग को लेकर राज्य के सरकारी कर्मचारियों का एक वर्ग प्रदर्शन कर रहा है।हाल ही में वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने बजट पेश करते हुए महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की थी.पश्चिम बंगाल में डीए फंडामेंटल प्रॉफिट का छह फीसदी है।
समारोह सरकारी कर्मियों के साथ
प्रदर्शन कर रहे कर्मियों का कहना है कि राज्य सरकार की मदद से दिया जा रहा डीए आवश्यक कर्मियों के मुकाबले काफी कम है।उनकी मांग है कि राज्य के सरकारी कर्मियों को केन्द्र कर्मियों के बराबर 42 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलना चाहिए।देश के अंदर विपक्षी दलों की स्थिति प्रदर्शनकारी कर्मियों के साथ दिखाई दे रही है।